यमुना नदी की बाढ़ से अब जनहानि के मामले भी सामने आ रहे हैं। अलग-अलग जगह तीन लोगों की मौत यमुना में डूबने से हुई है। एक और व्यक्ति यमुना में बह गया, एनडीआरएफ की टीम नदी में उसकी तलाश कर रही है। एक अन्य व्यक्ति जैसे-तैसे नदी पार कर बचकर आ गया। पुलिस ने तीनों शव बीके अस्पताल में रखवा दिए हैं।
पहली घटना लतीपुर गांव में हुई। यहां ग्रामीणों के नदी पार भी खेत हैं। दर्शन सिंह और मंगा सिंह भी खेत पर रहते थे और पशु भी रखते थे। बाढ़ की वजह से इनका परिवार फिलहाल अरुआ गांव में बनाए गए राहत शिविर में रह रहा है।
रविवार को दर्शन सिंह और मंगा सिंह ने अपने खेत पर जाने की योजना बनाई, क्योंकि इनके पशु अभी भी खेतों पर ही हैं। वहां दोनों पशुओं के ऊपर डाली गई टीन पर बैठ गए। तभी अचानक दर्शन सिंह का संतुलन बिगड़ गया और वह पानी में गिर गया। मंगा सिंह घबरा गया। उसने कोशिश की लेकिन दर्शन सिंह का पता नहीं लगा। इसकी सूचना अपने स्वजन और पुलिस को दी। पुलिस ने दर्शन सिंह का शव बरामद कर लिया।
दूसरी घटना दूल्हेपुर गांव की है। यहां पुलिस ने नदी में बहता एक युवक का शव बरामद किया है। युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के जेवर के रहने वाले अजीत के रूप में हुई है। तीसरी घटना कबूलपुर गांव की है। यहां नदी पार एक फार्म हाउस में रूपा का परिवार रहता है। बाढ़ की वजह से सभी खेत को छोड़ चुके हैं। रविवार को रूपा नदी पार कर अपने खेत पर बने मकान को देखने जा रहा था। रास्ते में गहरे पानी में डूब गया।
सूचना मिलने पर तिगांव थाना पुलिस एनडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंची। रूपा की तलाश की जा रही है। चौथी घटना नवीन नगर पुलिस चौकी के अंतर्गत हुई। यहां की पुलिस को यमुना नदी में बहता हुआ शव मिला है। करीब 30 वर्षीय व्यक्ति का शव शिव एन्क्लेव पार्ट दो, बसंतपुर कालोनी के पास से मिला है। नवीन नगर पुलिस प्रभारी हर्षवर्धन ने बताया कि शव की पहचान की कोशिश की जा रही है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस को इसकी सूचना दे दी है।